वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा घर घर का सबसे पवित्र स्थान होता है। यहां रखी जाने वाली हर चीज का घर के वातावरण पर गहरा प्रभाव पड़ता है। अगर आप घर में सुख, शांति और समृद्धि चाहते हैं, तो पूजा स्थल पर विशेष ध्यान देना चाहिए। गलत मूर्तियां रखने से नकारात्मक ऊर्जा फैल सकती है। इससे घर में तनाव, कलह और आर्थिक समस्याएं आ सकती हैं। इसलिए वास्तु के नियमों के अनुसार सही मूर्तियां रखना बेहद जरूरी है ।
मान्यता है कि मां लक्ष्मी घर में समृद्धि लाती हैं। लेकिन अगर पूजा घर में गलत मूर्तियां रखी जाएं, तो वे घर छोड़कर चली जाती हैं। ऐसे में धन की कमी हो सकती है। वास्तु शास्त्र में कुछ ऐसी मूर्तियों के बारे में बताया गया है जिन्हें पूजा घर में रखने से बचना चाहिए। इनमें कुछ उग्र रूप वाले देवी-देवता और खंडित मूर्तियां शामिल हैं ।
वास्तु शास्त्र के अनुसार न रखें ये मूर्तियां
वास्तु शास्त्र में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि कुछ मूर्तियों को पूजा घर में रखना अशुभ माना जाता है। इनमें मां काली, शनि देव और राहु-केतु की मूर्तियां शामिल हैं। ये देवता उग्र स्वभाव वाले माने जाते हैं। इनकी पूजा विशेष विधि से होती है। घर में गलत तरीके से पूजा करने पर जीवन में संकट आ सकते हैं ।
इसके अलावा, नाचते हुए गणेश जी की मूर्ति या प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्ति भी नहीं रखनी चाहिए। बैठी हुई और आशीर्वाद देती हुई गणेश जी की मूर्ति ही शुभ मानी जाती है। इससे घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है। खंडित या टूटी हुई मूर्तियां भी नकारात्मक ऊर्जा लाती हैं। ऐसी मूर्तियों की पूजा से देवी-देवता प्रसन्न नहीं होते ।
मां लक्ष्मी की मूर्ति के नियम
मां लक्ष्मी को धन और समृद्धि की देवी माना जाता है। उनकी मूर्ति घर में अवश्य रखनी चाहिए। लेकिन इसके लिए भी कुछ नियम हैं। मां लक्ष्मी की खड़ी हुई मूर्ति या तस्वीर नहीं रखनी चाहिए। इसका अर्थ होता है कि मां लक्ष्मी स्थिर नहीं हैं और वे कभी भी घर छोड़कर जा सकती हैं ।
इसके अलावा, मां लक्ष्मी की उस तस्वीर को भी नहीं रखना चाहिए जिसमें वे उल्लू पर सवार हों। उल्लू मां लक्ष्मी का वाहन है, लेकिन ऐसी तस्वीर घर में दरिद्रता ला सकती है। वास्तु के अनुसार, जब मां लक्ष्मी उल्लू पर सवार होती हैं, तो वे घर छोड़कर चली जाती हैं ।
पूजा घर के लिए वास्तु टिप्स
विषय | विवरण |
ईशान कोण | पूजा घर को उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) में रखना चाहिए। यह दिशा सकारात्मक ऊर्जा की प्रतीक है । |
मूर्ति की स्थिति | मूर्तियां हमेशा बैठी हुई या शांत मुद्रा में होनी चाहिए। नाचते या युद्धरत रूप अशुभ माने जाते हैं । |
मूर्ति की संख्या | एक से अधिक शिवलिंग या शालिग्राम एक साथ नहीं रखने चाहिए। इससे वास्तु दोष लग सकता है । |
मूर्ति की सामग्री | प्लास्टर ऑफ पेरिस या प्लास्टिक की मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए। धातु, पत्थर या मिट्टी की मूर्तियां शुभ मानी जाती हैं । |
मूर्ति की दिशा | मां लक्ष्मी की मूर्ति दक्षिण दिशा में नहीं रखनी चाहिए। यह दिशा यमराज की मानी जाती है और अशुभ मानी जाती है । |
मूर्ति की जगह | पूजा घर हमेशा साफ-सुथरा और रौशन रखना चाहिए। इससे सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है । |
मूर्ति के साथ | मां लक्ष्मी और मां काली की मूर्तियां एक साथ नहीं रखनी चाहिए। इनके स्वभाव अलग हैं । |
मूर्ति की जागृति | नई मूर्ति स्थापित करने पर उसकी विधि-विधान से प्राण प्रतिष्ठा करानी चाहिए । |
घर में सुख-शांति के लिए उपाय
- पूजा घर में हमेशा ताजे फूल और दीपक जलाएं। इससे सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है ।
- पूजा घर के आसपास नमक के पानी से पोंछा लगाएं। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है ।
- पूजा घर के सामने तुलसी का पौधा लगाएं। यह नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करता है ।
- पूजा घर में स्वस्तिक या ॐ का चिह्न जरूर लगाएं। यह शुभता लाता है ।
- पूजा घर में बेडरूम में हनुमान जी की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए। यह अशुभ माना जाता है ।
- पूजा घर में युद्धरत देवी-देवताओं की तस्वीरें नहीं रखनी चाहिए। यह घर में तनाव ला सकती हैं ।
- पूजा घर में नुकीली चीजें नहीं रखनी चाहिए। इससे कलह हो सकती है ।
- पूजा घर में भगवान विष्णु और शिवलिंग एक साथ नहीं रखने चाहिए। इनकी पूजा विधि अलग है ।
मां लक्ष्मी की शुभ मूर्ति
मां लक्ष्मी की वह तस्वीर या मूर्ति सबसे शुभ मानी जाती है जिसमें वे कमल के फूल पर बैठी हों और सोने के सिक्के बरसा रही हों। ऐसी तस्वीर घर में धन और समृद्धि लाती है। इसे लगाने से घर में सुख-शांति बनी रहती है और धन की कमी नहीं होती ।
मां लक्ष्मी की मूर्ति को उत्तर या पश्चिम दिशा की ओर मुख करके रखना चाहिए। इससे धन का प्रवाह बढ़ता है। पूजा के समय आपका मुख भी उत्तर या पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए ।