टेस्ट सीरीज़ की जीत के बाद टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने मशहूर क्रिकेटर और सांसद गौतम गंभीर के घर एक शानदार डिनर पार्टी का लुत्फ उठाया। यह डिनर किसी साधारण आयोजन से अलग था, क्योंकि इसमें न सिर्फ खिलाड़ियों को पांच सितारा होटल जैसी मेहमाननवाज़ी मिली, बल्कि 70 से ज्यादा किस्म का खाना और 10 तरह के मीठे पकवान परोसे गए। इस शानदार डिनर में बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला समेत कई जाने-माने नाम भी मौजूद रहे।
यह डिनर एक तरह से टीम इंडिया की हालिया सफलता का जश्न था। गंभीर ने इसे पूरी गर्मजोशी के साथ आयोजित किया था ताकि खिलाड़ियों को मैचों के बीच कुछ आराम और घरेलू स्वाद मिल सके। खिलाड़ियों ने न केवल स्वादिष्ट पकवानों का आनंद लिया बल्कि आपसी बातचीत, हंसी-मज़ाक और पुराने क्रिकेटिंग लम्हों को भी दोहराया।
Team India Dinner 2025
इस डिनर का आयोजन गौतम गंभीर के दिल्ली स्थित बंगले में किया गया। उनका बंगला अपनी सुंदरता और विशाल भोजन व्यवस्था के लिए जाना जाता है। इस मौके पर टीम इंडिया के कप्तान, कोच, और सपोर्ट स्टाफ के सदस्य मौजूद थे। गंभीर की मेज़बानी और उनके परिवार की आतिथ्य सत्कार ने सभी को प्रभावित किया।
डिनर की खास बात यह रही कि यहाँ 70 तरह के अलग-अलग व्यंजन बने, जिनमें उत्तर भारतीय, दक्षिण भारतीय, पंजाबी और गुजराती डिशेज़ शामिल थीं। वेज और नॉन-वेज दोनों सेक्शन में खिलाड़ियों की पसंद का खास ध्यान रखा गया था। मैदान पर दमदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को स्वाद के इस मैदान का मज़ा मिला।
गंभीर ने व्यक्तिगत रूप से मेन्यू तैयार कराया ताकि खिलाड़ियों की पसंद के अनुसार हर स्वाद शामिल किया जा सके। इसमें शाकाहारी व्यंजनों में पनीर टिक्का, दाल मखनी, छोले भटूरे, मिक्स वेज, दही भल्ला और कचौरी जैसे क्लासिक व्यंजन शामिल थे। वहीं नॉन-वेज मेन्यू में बटर चिकन, मटन रोगनजोश, बिरयानी और मछली टिक्का जैसी डिशों ने माहौल बना दिया।
10 तरह के मीठे पकवानों की मिठास
अगर बात मिठास की करें तो गंभीर के डिनर में 10 तरह के स्पेशल स्वीट डिश भी शामिल थे। इनमें रसगुल्ला, गुलाब जामुन, पेड़ा, जलेबी, रसमलाई, गाजर का हलवा, कुल्फी, फिरनी, लड्डू और चॉकलेट मूज़ जैसे व्यंजन शामिल थे।
खिलाड़ियों में विराट कोहली और केएल राहुल ने जलेबी और कुल्फी की तारीफ की, वहीं सूर्यकुमार यादव ने गाजर का हलवा पसंद किया। मिठाई के इस भाग में देसी और विदेशी दोनों स्वादों का मेल देखने को मिला।
मिठाइयों के साथ-साथ डिनर के अंत में पान और डाइजेस्टिव ड्रिंक भी परोसी गईं ताकि मेहमानों को पूरी तरह सुकून का एहसास हो।
आयोजन में पहुंचे खास मेहमान
इस डिनर में राजीव शुक्ला, बीसीसीआई उपाध्यक्ष के रूप में मुख्य अतिथि थे। उन्होंने इस आयोजन को खिलाड़ियों के लिए “परिवार जैसा पल” बताया। उनके साथ भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के कुछ अन्य सदस्य और चयन समिति के अधिकारी भी पहुंचे थे।
गंभीर के क्रिकेट करियर के दौरान राजीव शुक्ला और उन्होंने एक मजबूत पारिवारिक रिश्ता बनाया था। इस डिनर में वही स्नेह और अपनापन साफ झलक रहा था। राजीव शुक्ला ने मीडिया से कहा कि गंभीर हमेशा से टीम स्पिरिट और एकता के लिए मशहूर रहे हैं, और उनका यह आयोजन उसी भावना का प्रतीक है।
खिलाड़ियों के लिए स्पेशल अरेंजमेंट
गंभीर की मेहमाननवाज़ी सिर्फ स्वादिष्ट खाने तक सीमित नहीं थी। पूरी टीम के लिए बैठने की व्यवस्था 5-स्टार होटल जैसी लग्जूरियस ढंग से की गई थी। टेबल की सजावट, लाइटिंग और म्यूज़िक का समावेश इस डिनर को यादगार बना गया।
गंभीर ने पूरी कोशिश की कि खिलाड़ियों को आरामदायक माहौल मिले। कुछ खिलाड़ियों ने तो इसे “भारत में अब तक का सबसे यादगार डिनर” बताया। कोच स्टाफ ने भी यह कहा कि खिलाड़ियों को मैच प्रेशर से राहत देने के लिए ऐसे आयोजन बहुत जरूरी हैं।
डिनर के दौरान टीम इंडिया के कई सदस्यों ने अपने अनुभव साझा किए, फोटो खिंचवाई और गंभीर के परिवार के संग समय बिताया। सोशल मीडिया पर इस आयोजन की तस्वीरें वायरल होती ही छा गईं।
यह सरकारी योजना नहीं, निजी आयोजन था
कई बार सोशल मीडिया पर इस तरह की खबरों को गलतफहमी से सरकारी कार्यक्रम या किसी खेल मंत्रालय की स्कीम से जोड़ा जाता है, लेकिन यह किसी सरकारी योजना का हिस्सा नहीं था। यह एक निजी आयोजन था जिसका खर्च पूरी तरह गौतम गंभीर और उनके परिवार ने उठाया।
हालांकि गंभीर वर्तमान में राजनीति से जुड़े हैं और सांसद भी हैं, लेकिन यह डिनर पूरी तरह निजी स्तर का आयोजन था, जो केवल टीम इंडिया के सम्मान और आपसी संबंध मजबूत करने के लिए रखा गया था। इसमें कोई सरकारी बजट या योजना शामिल नहीं थी।
क्रिकेटरों का आपसी जुड़ाव
इस डिनर में युवा और सीनियर खिलाड़ियों का मेलजोल देखने लायक था। गंभीर हमेशा टीम में एकता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा देते हैं। उनका मानना है कि क्रिकेट सिर्फ मैदान का खेल नहीं, बल्कि रिश्तों का नेटवर्क भी है।
डिनर के दौरान खिलाड़ी एक-दूसरे के साथ अनौपचारिक बातचीत करते दिखे। कप्तान और कोच के बीच रणनीतियों की चर्चा भी हंसी-मज़ाक भरे माहौल में हुई। यहां तक कि टीम के नए खिलाड़ियों को भी सहज महसूस कराने पर खास ध्यान दिया गया।
राजीव शुक्ला ने कहा कि इस तरह के आयोजन से खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ता है और टीम का तालमेल मजबूत होता है।
गंभीर की मेज़बानी की तारीफ
टीम इंडिया के कोच और सीनियर खिलाड़ियों ने गंभीर की मेजवानी की खुलकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि गंभीर हमेशा अपने साथियों को भाई की तरह मानते हैं और इसी कारण इस आयोजन में सबने स्वयं को परिवार का हिस्सा समझा।
गंभीर की पत्नी ने भी इस डिनर की प्रमुख कर्ता रही, जिन्होंने पूरे आयोजन की तैयारी सप्ताहों पहले से शुरू की थी। खाने के स्वाद और प्रस्तुति में उनके स्वाद और सौंदर्यबोध की झलक साफ दिखी।
निष्कर्ष
गंभीर के घर हुआ यह 5-स्टार डिनर सिर्फ भोजन का आयोजन नहीं, बल्कि टीम इंडियन स्पिरिट का उत्सव था। इसने दर्शाया कि खिलाड़ियों के बीच संबंध मजबूत बने रहना उतना ही जरूरी है जितना मैदान पर जीतना। 70 तरह के पकवान और 10 तरह की मिठाइयों के साथ यह शाम टीम इंडिया के लिए यादगार पल बन गई, जिसे हर सदस्य लंबे समय तक याद रखेगा।