आज के समय में निर्माण उद्योग में लगातार बदलाव देखने को मिल रहे हैं। इसी कड़ी में सरिया, TMT बार और पुराने लोहे के दाम में भारी गिरावट आई है। यह गिरावट घरेलू मांग में कमी, वैश्विक बाजार के रुख और आपूर्ति में दबाव के कारण हुई है। ऐसे में बिल्डर्स, ठेकेदार और आम उपभोक्ताओं के लिए यह खबर काफी महत्वपूर्ण है।
इस गिरावट का सीधा असर निर्माण लागत पर पड़ रहा है। जिससे घर बनाने वाले लोगों को राहत मिल सकती है। लेकिन इसके साथ ही लोहे के व्यापारियों और छोटे उद्योगों पर भी असर पड़ रहा है। आइए जानते हैं कि आज के बाजार में TMT सरिया और स्क्रैप लोहे के भाव क्या हैं।
आज के बाजार में भाव
वर्तमान समय में लोहे के बाजार में मंदी का माहौल है। घरेलू मांग कमजोर होने के कारण TMT बार के दाम में गिरावट दर्ज की गई है। वैश्विक स्टील बाजार से मिले संकेत भी नकारात्मक हैं। इसके अलावा, आयातित स्क्रैप लोहे की कीमतों में भी गिरावट आई है। जिससे घरेलू उत्पादकों पर दबाव बना हुआ है।
इस स्थिति में निर्माण क्षेत्र के लिए यह अच्छा संकेत है। क्योंकि सामग्री सस्ती होने से लागत कम होगी। लेकिन लोहे के व्यापारियों के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगले कुछ दिनों तक यही स्थिति बनी रह सकती है। जब तक कि सरकारी परियोजनाओं में तेजी नहीं आती।
सरिया और लोहे के भाव का ओवरव्यू
जानकारी | विवरण |
उत्पाद | TMT सरिया, पुराना लोहा (स्क्रैप) |
गिरावट का कारण | कमजोर मांग, वैश्विक बाजार का दबाव |
प्रमुख ब्रांड | SAIL, Electrosteel, Kamdhenu, Tata TMT |
8mm सरिया की कीमत | ₹52 प्रति किलोग्राम |
10mm से 32mm सरिया की कीमत | ₹49–50 प्रति किलोग्राम |
स्क्रैप लोहे की कीमत | ₹25–38 प्रति किलोग्राम |
प्रभावित क्षेत्र | निर्माण, फाउंड्री, छोटे उद्योग |
अगले कदम | सरकारी परियोजनाओं में तेजी की उम्मीद |
TMT सरिया के नए दाम
दिल्ली सहित कई बड़े शहरों में TMT सरिया के दाम में गिरावट दर्ज की गई है। यहां विभिन्न ब्रांड्स के सरिये के भाव इस प्रकार हैं:
- SAIL TMT बार: 8mm के लिए ₹52 प्रति किलो, 10mm से 32mm तक ₹49–50 प्रति किलो।
- Electrosteel TMT: 8mm के लिए ₹52 प्रति किलो, बाकी साइज में ₹49 प्रति किलो।
- Kamdhenu TMT: सभी साइज में ₹49–52 प्रति किलो के बीच भाव।
- Sbf Rapid और Amba Shakti: 8mm के लिए ₹52, बाकी साइज में ₹49 प्रति किलो।
ये दाम दिल्ली के बाजार के अनुसार हैं। अन्य शहरों में थोड़ा अंतर हो सकता है। लेकिन सामान्य रुझान एक जैसा है।
पुराने लोहे (स्क्रैप) के भाव
पुराने लोहे के दाम भी गिरे हैं। यह गिरावट फाउंड्री और छोटे उद्योगों के लिए चुनौतीपूर्ण है। मंडी गोबिंदगढ़ जैसे बड़े केंद्रों में स्क्रैप लोहे के भाव इस प्रकार हैं:
- सामान्य स्क्रैप लोहा: ₹25–32 प्रति किलोग्राम।
- उच्च शुद्धता वाला लोहा: ₹33–38 प्रति किलोग्राम।
- औद्योगिक स्क्रैप: ₹26,000–40,500 प्रति टन।
ये दाम लोहे की गुणवत्ता और उपयोग के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं।
गिरावट के मुख्य कारण
- मांग में कमी: निर्माण गतिविधियों में सुस्ती के कारण मांग कम हुई है।
- वैश्विक बाजार का दबाव: अमेरिका और चीन सहित देशों में स्क्रैप की कीमतें गिरी हैं।
- आयातित स्क्रैप सस्ता: आयातित लोहे के दाम गिरने से घरेलू बाजार प्रभावित हुआ है।
- सरकारी परियोजनाओं में देरी: कुछ बड़ी परियोजनाओं में देरी से मांग प्रभावित हुई है।
आने वाले दिनों की उम्मीद
विशेषज्ञों का मानना है कि अगले कुछ दिनों तक यही स्थिति बनी रह सकती है। लेकिन अगर सरकार बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में तेजी लाती है, तो मांग बढ़ सकती है। जिससे लोहे के भाव में सुधार देखने को मिल सकता है। इसके अलावा, वैश्विक बाजार में सुधार भी भारतीय बाजार को लाभ पहुंचा सकता है।
निर्माण उद्योग के लिए संभावना
- लागत में कमी: सस्ती सामग्री से निर्माण लागत कम होगी।
- नए प्रोजेक्ट्स की शुरुआत: कम लागत के कारण निजी क्षेत्र में निवेश बढ़ सकता है।
- ग्राहकों के लिए फायदा: घर खरीदने वालों को अच्छे डील मिल सकते हैं।
- व्यापारियों के लिए चुनौती: कम लाभ मार्जिन के कारण छोटे व्यापारियों को परेशानी हो सकती है।
निष्कर्ष
सरिया, TMT और पुराने लोहे के दाम में आई गिरावट एक वास्तविक बाजार प्रवृत्ति है। यह घरेलू और वैश्विक कारकों का संयुक्त प्रभाव है। निर्माण क्षेत्र के लिए यह समय फायदेमंद हो सकता है। लेकिन लोहे के व्यापारियों और छोटे उद्योगों के लिए यह चुनौतीपूर्ण है।