बहादुरगढ़ में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारे जाने का एक नया और महत्वपूर्ण प्रयास शुरू किया जा रहा है। पिछले कुछ समय से शहर के प्रमुख चौराहों और बाजारों में ट्रैफिक जाम और वाहन संचालन की व्यवस्था को लेकर शिकायतें मिल रही थीं। इसके समाधान के लिए अब सरकार और ट्रैफिक पुलिस ने रेड लाइटों के समय में बदलाव करने और ट्रैफिक के प्रवाह को बेहतर बनाने की योजना बनाई है। इससे न केवल ट्रैफिक की गति बढ़ेगी, बल्कि दुर्घटनाओं की संभावना भी कम होगी। इस लेख में बहादुरगढ़ में आरंभ की जा रही इस नई योजना और उससे जुड़ी सरकार की पहलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जा रही है।
बहादुरगढ़, जो दिल्ली-रोहतक रोड पर स्थित है, एक व्यस्त और महत्वपूर्ण शहर है। यहां पर मुख्य चौराहों पर रेड लाइटों की सहायता से ही ट्रैफिक नियंत्रित किया जाता है, लेकिन कई छोटे कटों और तिराहों पर अभी भी वाहन चालक असंगठित तरीके से वाहन चला रहे हैं, जिससे जाम और दुर्घटना की स्थितियां बनी रहती हैं। जिलाधिकारी और ट्रैफिक पुलिस की टीम ने मिलकर इस समस्या को समझा और इस साल ही सप्ताह पहले से रेड लाइटों का समय ट्रैफिक के अनुसार बदलने का काम शुरू किया गया है ताकि वाहनों की लंबी कतारें कम हों और यातायात बहने में आसानी हो।
Bahadurgarh Traffic 2025
ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए बहादुरगढ़ पुलिस और प्रशासन इस समय रेड लाइटों की समय अवधि को ट्रैफिक फ्लो के अनुसार नए सिरे से तय कर रहे हैं। इसका मतलब यह है कि अब प्रत्येक चौराहा या कट पर ट्रैफिक की भीड़ को देखकर लाल और हरी बत्ती के समय को इस तरह से समायोजित किया जाएगा कि वाहन चालकों को जाम में खड़े रहने की बजाय बिना रूके निकलने का मौका मिले।
यह योजना दिल्ली-रोहतक रोड के साथ ही सेक्टर 6 चौक, झज्जर मोड़ और ड्रेन रोड जैसे प्रमुख चौराहों पर लागू की जा रही है। इनमें से कई जगहों पर पहले से ही रेड लाइटें चालू हैं, लेकिन समय सही नहीं रखा गया था। अब ट्रैफिक पुलिस और इंजीनियरों की टीम मिलकर मंथन कर रही है कि कैसे समय को बेहतर बनाया जाए ताकि ग्रीन लाइट का समय वाहन की अधिकता वाले मार्गों में ज्यादा और कम भीड़ वाले मार्गों में कम रखा जाए। इससे ट्रैफिक की आगे बढ़ने की गति में सुधार होगा।
यातायात के छोटे कटों पर नियंत्रण और सुधार
जहां तक बात है दिल्ली-रोहतक रोड पर बने छोटे कटों और तिराहों की, वहां वाहन चालक अभी भी उलझन में रहते हैं। गलत दिशा में वाहन चलाना और यू-टर्न लेना जैसे ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन यहां आम बात है। प्रशासन ने इस समस्या को भी गंभीरता से लिया है। खासकर सैनी ऑटो मार्केट के पास MLA कट नामक तिराहे को त्योहारों के दौरान शाम 5 बजे के बाद अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया गया है ताकि यहां से होने वाले गलत यू-टर्न और जाम की समस्या को कम किया जा सके। इस प्रकार के कदम बाजारों तथा ट्रैफिक के घने भागों में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए उठाए जा रहे हैं।
इसके अलावा बाजारों में भीड़ और जाम से निपटने के लिए भी विशेष योजनाएं बनाई गई हैं। जैसे कि करवा चौथ और दीपावली जैसे त्योहारों के दौरान चार पहिया वाहनों की बाजारों में एंट्री प्रतिबंधित कर दी जाती है। इसके बदले में तिपहिया और ई-रिक्शा चालकों को अनुमति दी जाती है ताकि बाजारों में आवागमन आसान हो। इस दौरान पुलिस और होमगार्ड की तैनाती बाजारों में की जाती है ताकि भीड़भाड़ के समय यातायात नियंत्रित रहे और जाम न लगे।
सरकार और प्रशासन की अन्य पहलें
बहादुरगढ़ के साथ-साथ पूरे झज्जर जिले में रोड सुरक्षा और यातायात सुधार के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। सरकार ने इस क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत और चौड़ा करने के लिए करोड़ों रुपये के प्रोजेक्ट्स स्वीकृत किए हैं। जैसे झज्जर-बहादुरगढ़ रोड की मरम्मत के लिए 20 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जारी की गई है। ये सड़कों की गुणवत्ता सुधारने और दुर्घटना रोकने में सहायक होगी।
इसके अलावा, दुर्घटना में घायल व्यक्तियों के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत सरकार कैशलेस इलाज की सुविधा भी प्रदान कर रही है, जिसमें 1.5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज होता है। इसके लिए अस्पतालों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे इस योजना के अंतर्गत आने वाले मरीजों का तुरंत और सही इलाज करें। यह योजना सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और लोग दुर्घटना के बाद बेहतर इलाज पा सकें, इसका उदाहरण है।
ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन
बहादुरगढ़ पुलिस ने ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भी सख्ती बढ़ा दी है। गलत पार्किंग, गलत दिशा से ड्राइविंग, रेड लाइट जंपिंग आदि पर अब ई-चालान जारी किए जा रहे हैं। कई बार वाहन चालकों को वीडियो और फोटो प्रमाण के साथ चालान भेजे जा रहे हैं। यह कार्रवाई दुर्घटना और जाम को कम करने के लिए की जा रही है ताकि वाहन चालक नियमों का सम्मान करें और सुरक्षित ड्राइविंग करें।
निष्कर्ष
बहादुरगढ़ में रेड लाइटों का समय ट्रैफिक के अनुसार बदला जाना एक महत्वपूर्ण कदम है, जो शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को आसान और बेहतर बनाने में मदद करेगा। सरकार और प्रशासन की ओर से सड़क सुधार, नियमों की सख्ती और दुर्घटना पीड़ितों के लिए इलाज की सुविधाएं इस दिशा में बड़ी भूमिका निभा रही हैं।
आने वाले समय में इन पहलों के प्रभाव से बहादुरगढ़ की सड़कों पर यातायात सुचारू और सुरक्षित हो सकेगा। यह योजना न केवल वाहन चालकों के लिए सहूलियत लेकर आएगी, बल्कि शहर के नागरिकों के जीवन स्तर में भी सुधार की उम्मीद जगाती है।