राशन कार्ड धारकों के लिए राहत भरी खबर आ रही है। सरकार ने अब गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए एक नया बड़ा ऐलान किया है। इस योजना के तहत अब जरूरतमंद परिवारों को फ्री राशन के साथ हर महीने 1000 रुपये नकद सहायता भी दी जाएगी।
महंगाई के दौर में आम आदमी का बजट बिगड़ चुका है। बढ़ती खाद्य सामग्री की कीमतों ने गरीब परिवारों का गुजारा मुश्किल बना दिया है। ऐसे में सरकार का यह कदम करोड़ों राशन कार्ड धारकों को राहत देने वाला साबित होगा।
इस योजना का लाभ सीधे तौर पर उन परिवारों को मिलेगा जो राशन कार्ड के तहत पहले से फ्री राशन ले रहे हैं। अब उन्हें खाने-पीने की चीजें मुफ्त मिलने के साथ-साथ नकद राशि भी सहायता के तौर पर उनके बैंक खाते में भेजी जाएगी। इससे न केवल उनका भोजन सुरक्षित होगा बल्कि अन्य जरूरी खर्च भी पूरे हो सकेंगे।
Ration Card New Rules 2025
सरकार द्वारा लागू की गई यह योजना मूल रूप से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) के विस्तार के रूप में देखी जा रही है। अब तक इन योजनाओं के तहत परिवारों को प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज मुफ्त दिया जाता था।
नए नियम के बाद लाभ के दायरे को और बढ़ा दिया गया है। अब पात्र राशन कार्ड धारकों को 5 किलो चावल-गेहूं और 1 किलो दाल जैसी चीजें मुफ्त दी जाएंगी। वहीं, परिवार के भरण-पोषण और अन्य जरूरतों के लिए हर महीने 1000 रुपये नकद भी सीधे बैंक खातों में स्थानांतरित किए जाएंगे।
इसमें खास बात यह है कि नकद सहायता डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के जरिए दी जाएगी, जिससे किसी तरह की गड़बड़ी या बिचौलियों की समस्या नहीं रहेगी। लाभार्थियों के बैंक खाते पहले से आधार और राशन कार्ड से जुड़े होते हैं, इस कारण पैसे सीधे उन्हीं तक पहुंचेंगे।
किन्हें मिलेगा इस योजना का लाभ
इस योजना का लाभ केवल उन्हीं को मिलेगा जो राशन कार्ड धारक हैं और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के अंतर्गत आते हैं। सबसे पहले गरीब (BPL), अंत्योदय अन्न योजना (AAY) और गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले परिवार इस योजना के हकदार होंगे।
इसके अलावा ऐसे पात्र परिवार भी इसमें शामिल होंगे जो पहले से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का लाभ उठा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों और मजदूर वर्ग को भी इसमें प्राथमिकता दी जाएगी क्योंकि उनकी आय का मुख्य साधन बहुत सीमित होता है।
शहरों में रहने वाले दिहाड़ी मजदूर, रिक्शा चालक, घरेलू कामगार या जुड़ी हुई दूसरी श्रेणियों के लोगों को यह राहत सबसे अधिक मिलेगी।
आवेदन प्रक्रिया कैसे होगी
इस योजना के लिए लाभार्थियों को ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। जिनका नाम पहले से राशन कार्ड और NFSA सूची में दर्ज है, वे स्वतः इसमें शामिल हो जाएंगे।
अगर किसी पात्र व्यक्ति का नाम सूची में नहीं है या राशन कार्ड अपडेट नहीं है, तो उसे अपने नजदीकी राशन वितरण केंद्र या जनसेवा केंद्र (CSC) पर जाकर आवेदन करना होगा।
आवेदन के समय निम्न दस्तावेज जरूरी होंगे:
- राशन कार्ड की कॉपी
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक/खाता विवरण
- पासपोर्ट साइज फोटो
आवेदन के बाद पात्रता की जांच की जाएगी और नाम सूची में आते ही लाभ सीधे मिलना शुरू हो जाएगा।
योजना का उद्देश्य
सरकार इस योजना के जरिए देश के कमजोर वर्ग को स्थायी राहत देना चाहती है। फ्री राशन से परिवारों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित होगी और 1000 रुपये नकद से जीवन की अन्य मूलभूत जरूरतें पूरी की जाएंगी।
कोविड-19 महामारी के समय से ही मुफ्त राशन और डीबीटी योजनाओं ने गरीबों की मदद में अहम भूमिका निभाई है। इसी दिशा को आगे बढ़ाते हुए सरकार ने इसे और व्यापक रूप देने का निर्णय लिया है।
महिलाओं और बच्चों पर विशेष ध्यान देने की कोशिश हो रही है ताकि कुपोषण को रोका जा सके। वहीं मजदूर वर्ग को भी बड़ी मदद मिलेगी क्योंकि उनके लिए हर महीने की कमाई में थोड़ी अतिरिक्त राहत मिल जाएगी।
कितने परिवारों को लाभ होगा
देशभर में लगभग 81 करोड़ से अधिक लोग राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के अंतर्गत आते हैं। इनमें से बड़ी संख्या ग्रामीण गरीबों और मजदूर परिवारों की है।
सरकार का अनुमान है कि इस नई राहत योजना का सीधा लाभ करोड़ों राशन कार्ड धारक परिवारों तक पहुंचेगा। इससे न केवल परिवार के सदस्य भोजन और नकद राहत पा सकेंगे बल्कि स्थानीय बाजारों की स्थिति भी सुधरेगी, क्योंकि ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में खर्च करने की क्षमता बढ़ जाएगी।
राशन कार्ड पर मिलने वाला राशन और नकद
इस योजना के तहत हर पात्र परिवार को यह सुविधाएं मिलेंगी:
- प्रति सदस्य 5 किलो मुफ्त चावल या गेहूं
- परिवार को एक किलो दाल
- साथ ही 1000 रुपये नकद मदद हर महीने
यह राशन पहले की तरह सरकारी राशन दुकानों से मिलेगा और नकद राशि लाभार्थी के बैंक खाते में सीधे जाएगी।
निष्कर्ष
सरकार की यह पहल राशन कार्ड धारकों के लिए सचमुच बड़ी राहत है। बढ़ती महंगाई के बीच मुफ्त राशन और हर माह 1000 रुपये की नकद सहायता से गरीब परिवारों का बोझ काफी कम होगा। इस योजना से करोड़ों परिवारों को आर्थिक सहारा मिलेगा जो उनके जीवन स्तर को सुधारने में मदद करेगा।