किसानों के लिए खुशखबरी है। अब ट्रैक्टर खरीदने पर सरकार भारी सब्सिडी दे रही है। इससे किसानों को आधुनिक कृषि यंत्र खरीदने में आसानी होगी। खेती की उत्पादकता बढ़ेगी और मेहनत कम होगी। यह लाभ केंद्र सरकार की कृषि मशीनीकरण पर उप-मिशन (एसएमएएम) योजना के तहत मिल रहा है। इस योजना का मकसद छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
इस योजना के तहत किसानों को ट्रैक्टर और अन्य कृषि यंत्रों पर 40% से 50% तक की सब्सिडी मिलती है। महिला किसानों, एससी/एसटी और छोटे किसानों को विशेष लाभ दिया जाता है। सरकार ने इस योजना के जरिए खेती को आसान और लाभकारी बनाने का लक्ष्य रखा है। यह योजना देश के कृषि क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने में मदद कर रही है।
योजना का अवलोकन
विवरण | जानकारी |
योजना का नाम | कृषि मशीनीकरण पर उप-मिशन (एसएमएएम) |
शुरुआत का वर्ष | 2014-15 |
लागू करने वाला विभाग | कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय |
बजट (2025-26) | 1,000 करोड़ रुपए से अधिक |
केंद्र-राज्य वित्तीय अनुपात | 90:10 |
लाभार्थी | छोटे, सीमांत और महिला किसान |
सब्सिडी की सीमा | ट्रैक्टर पर 40% से 50% |
अधिकतम सब्सिडी | महिला/एससी/एसटी किसानों के लिए 2.5 लाख रुपए |
महिला किसानों को विशेष लाभ
महिला किसानों को इस योजना के तहत विशेष सुविधा दी जाती है। उन्हें ट्रैक्टर खरीद पर 50% तक की सब्सिडी मिलती है। इसके अलावा, उन्हें सामान्य किसानों की तुलना में 45,000 रुपए तक की अतिरिक्त बचत होती है। यह लाभ उन्हें आधुनिक खेती के लिए सशक्त बनाता है।
महिला किसानों को एक तीन साल में केवल एक बार ट्रैक्टर पर सब्सिडी का लाभ मिल सकता है। यह नियम लाभ के दुरुपयोग को रोकने के लिए है। इस योजना से महिला किसान अपनी खेती को आसान और लाभकारी बना सकती हैं।
पात्रता शर्तें
- किसान भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
- खेती योग्य जमीन किसान के नाम होनी चाहिए।
- आधार कार्ड और बैंक खाता लिंक होना आवश्यक है।
- पहले किसी कृषि यंत्र पर सब्सिडी नहीं ली होनी चाहिए।
- एक परिवार को केवल एक ट्रैक्टर पर लाभ मिल सकता है।
- आवेदक की वार्षिक आय 2 लाख रुपए से कम होनी चाहिए।
आवेदन प्रक्रिया
आवेदन के लिए किसानों को राज्य कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाना होगा। वहां उन्हें एसएमएएम योजना के तहत आवेदन करना होगा। आवेदन के समय आधार कार्ड, जमीन के कागजात और आय प्रमाण पत्र जमा करने होंगे।
आवेदन के बाद एक यूनिक आईडी जनरेट होगी। इसके जरिए किसान अपने आवेदन की स्थिति ऑनलाइन चेक कर सकते हैं। आवेदन की सत्यता की जांच के बाद सब्सिडी की राशि सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है।
लाभों का विवरण
- ट्रैक्टर की कीमत में 40% से 50% तक की बचत होती है।
- छोटे किसानों को आधुनिक मशीनें खरीदने का मौका मिलता है।
- खेती की उत्पादकता में वृद्धि होती है।
- मेहनत कम होती है और समय की बचत होती है।
- सरकारी सब्सिडी सीधे बैंक खाते में आती है।
- योजना के तहत कस्टम हायरिंग सेंटर भी स्थापित किए जाते हैं।
- किसानों को प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के कार्यक्रम भी मिलते हैं।
योजना का वास्तविक प्रभाव
एसएमएएम योजना के तहत 2021 से 2025 तक 57,139 किसानों को प्रशिक्षित किया गया है। इस योजना ने देश के कृषि क्षेत्र में क्रांति ला दी है। छोटे किसान अब आधुनिक तकनीक का उपयोग कर सकते हैं। इससे उनकी आय में वृद्धि हुई है।
यह योजना देश के कृषि उत्पादन को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। किसानों को अब ट्रैक्टर जैसे महंगे यंत्र भी सस्ते में मिल रहे हैं। यह लाभ केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से दिया जा रहा है।
निष्कर्ष
किसानों को ट्रैक्टर पर 50% सब्सिडी देने की खबर उनके लिए बड़ी राहत की है। यह लाभ एसएमएएम योजना के तहत मिल रहा है। इस योजना ने खेती को आसान और लाभकारी बनाया है। महिला किसानों को विशेष लाभ दिया जा रहा है। यह योजना देश के कृषि क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने में मदद कर रही है।