अब सिर्फ 3 घंटे काम कर महीने में ₹50,000 कमाएं! सरकार की नई रोजगार योजना?! – यह खबर सोशल मीडिया और व्हाट्सएप पर तेजी से वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि सरकार ने एक नई योजना शुरू की है जिसमें लोग घर बैठे या दिन में सिर्फ 3 घंटे काम करके ₹50,000 प्रति माह कमा सकते हैं। इस खबर ने लाखों बेरोजगार युवाओं और घरेलू महिलाओं के बीच उम्मीद जगाई है। लेकिन क्या यह योजना सच में मौजूद है? क्या सरकार ऐसी कोई योजना चला रही है? आइए इसकी पूरी सच्चाई जानते हैं।
सरकारी रोजगार योजना की सच्चाई
सरकार द्वारा चलाई जा रही वास्तविक रोजगार योजनाओं की बात करें, तो वर्तमान में केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना (PM Viksit Bharat Rozgar Yojana) सक्रिय है। इस योजना की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2025 को लाल किले से की थी। इसके तहत प्राइवेट सेक्टर में पहली नौकरी पाने वाले युवाओं को ₹15,000 की आर्थिक सहायता दी जाती है।
यह राशि दो किश्तों में दी जाती है। पहली किश्त 6 महीने की नौकरी के बाद और दूसरी किश्त 12 महीने के बाद तथा वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम पूरा करने के बाद मिलती है। इस योजना का लाभ उन्हीं कर्मचारियों को मिलता है जिनकी मासिक आय 1 लाख रुपये तक है।
इसके अलावा, बिहार सरकार ने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना शुरू की है, जिसके तहत महिलाओं को अपना स्वरोजगार शुरू करने के लिए ₹10,000 की प्रारंभिक सहायता दी जा रही है। इसके बाद छह महीने में व्यवसाय की समीक्षा के बाद ₹2 लाख तक की अतिरिक्त सहायता भी दी जा सकती है। लेकिन इन योजनाओं में कहीं भी “3 घंटे काम और ₹50,000 महीना” का जिक्र नहीं है।
मुख्य बातें: 3 घंटे काम ₹50,000 महीना
वायरल खबर में दावा किया जा रहा है कि सरकार ने एक नई योजना शुरू की है जिसमें लोग दिन में सिर्फ 3 घंटे काम करके ₹50,000 प्रति माह कमा सकते हैं। इसमें कहा जा रहा है कि यह काम घर बैठे भी किया जा सकता है और इसके लिए कोई डिग्री या अनुभव जरूरी नहीं है। इस योजना के तहत लोगों को ऑनलाइन काम दिया जाएगा जैसे डेटा एंट्री, फ्रीलांसिंग, या ड्रोन ऑपरेशन। लेकिन इस तरह की कोई आधिकारिक योजना केंद्र या राज्य सरकार की ओर से शुरू नहीं की गई है। यह खबर पूरी तरह से झूठी है और इसका मकसद लोगों को लुभाकर उनसे पैसे ठगना या उनकी निजी जानकारी चुराना हो सकता है।
योजना का ओवरव्यू
विवरण | जानकारी |
योजना का नाम | अब सिर्फ 3 घंटे काम कर महीने में ₹50,000 कमाएं! |
घोषित करने वाला | सोशल मीडिया और व्हाट्सएप फॉरवर्ड |
उद्देश्य | लोगों को लुभाना और फ्रॉड करना |
लाभार्थी | बेरोजगार युवा और घरेलू महिलाएं |
काम का प्रकार | ऑनलाइन काम (डेटा एंट्री, फ्रीलांसिंग) |
आय का दावा | ₹50,000 प्रति माह |
काम का समय | दिन में सिर्फ 3 घंटे |
आधिकारिक वेबसाइट | कोई नहीं |
झूठी खबरों से कैसे बचें
आजकल सोशल मीडिया पर ऐसी कई झूठी खबरें वायरल होती रहती हैं जो लोगों को लालच दिखाकर उनके साथ धोखाधड़ी करती हैं। इस तरह की खबरों में आमतौर पर बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं जैसे “बिना मेहनत के पैसे कमाएं”, “घर बैठे लाखों कमाएं”, या “सरकार आपको पैसे दे रही है”। ऐसी खबरों पर भरोसा करने से पहले आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- किसी भी योजना की जानकारी केवल सरकारी वेबसाइट जैसे pmindia.gov.in, labour.gov.in या राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट से ही लें।
- अगर कोई योजना आपको व्हाट्सएप या फेसबुक पर फॉरवर्ड आ रही है, तो उस पर भरोसा न करें।
- ऐसी खबरों में अक्सर लिंक दिए जाते हैं जहां आपसे व्यक्तिगत जानकारी या पैसे मांगे जाते हैं। ऐसे लिंक पर क्लिक न करें।
- अगर कोई बात बहुत अच्छी लगे, तो शायद वह सच न हो।
वास्तविक सरकारी योजनाएं
- प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना: प्राइवेट सेक्टर में पहली नौकरी पाने वाले युवाओं को ₹15,000 की सहायता।
- मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना (बिहार): महिलाओं को स्वरोजगार शुरू करने के लिए ₹10,000 से लेकर ₹2 लाख तक की सहायता।
- मुद्रा योजना: छोटे उद्यमियों को बिना गारंटी के तक तक का ऋण।
- उज्ज्वला योजना: गरीब महिलाओं को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन।
- सुकन्या समृद्धि योजना: बेटियों के नाम पर बचत योजना।
निष्कर्ष
“अब सिर्फ 3 घंटे काम कर महीने में ₹50,000 कमाएं” जैसी खबरें पूरी तरह से फर्जी हैं। इनका कोई आधिकारिक आधार नहीं है। सरकार की ओर से ऐसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है। यह खबर लोगों को लुभाने के लिए बनाई गई है और इसके पीछे फ्रॉड का खतरा है। आपको ऐसी खबरों पर भरोसा नहीं करना चाहिए और न ही किसी लिंक पर क्लिक करना चाहिए। रोजगार से जुड़ी वास्तविक जानकारी के लिए केवल आधिकारिक सरकारी स्रोतों का उपयोग करें।